मोबाइल की लत बनी मौत की वजह: 12 वर्षीय छात्र ने फांसी लगाकर दी जान, यूट्यूब और रील्स देखने का था आदी..खबर पढ़कर जानिए पूरा मामला!

मनेन्द्रगढ़: (प्रांशु क्षत्रिय) मोबाइल और सोशल मीडिया की लत ने एक मासूम की जान ले ली। जिले के मनेन्द्रगढ़ में गुरुवार को एक 12 वर्षीय छात्र ने महज इस कारण फांसी लगा ली क्योंकि उसे मोबाइल इस्तेमाल करने नहीं मिला। मृतक छठी कक्षा में पढ़ने वाला आकाश लकड़ा था, जो अपने माता-पिता का इकलौता पुत्र था। जानकारी के मुताबिक आकाश यूट्यूब वीडियो और रील्स देखने का आदी हो चुका था। वह घंटों मोबाइल पर समय बिताता था और परिवार के बार-बार मना करने के बावजूद उसकी आदतें नहीं बदलीं। घटना वाले दिन जब उसने अपने चचेरे भाई से मोबाइल मांगा और मना कर दिया गया, तो उसने आवेश में आकर खुदकुशी जैसा खौफनाक कदम उठा लिया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। मामले की जांच जारी है। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि मोबाइल की लत और उसके न मिलने से उपजे गुस्से ने बालक को मानसिक रूप से इतना परेशान कर दिया कि उसने आत्मघाती निर्णय ले लिया। इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर बच्चों में मोबाइल और सोशल मीडिया के अत्यधिक उपयोग को लेकर चिंता बढ़ा दी है। मनोचिकित्सकों का कहना है कि छोटी उम्र में मोबाइल की आदत बच्चों के मस्तिष्क पर गहरा असर डालती है। जब उन्हें यह सुविधा नहीं मिलती, तो उनमें चिड़चिड़ापन, गुस्सा और अवसाद जैसी स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं, जो कभी-कभी घातक रूप ले लेती हैं।
विशेषज्ञों की राय में……
अभिभावकों को चाहिए कि बच्चों को मोबाइल से दूर रखने के लिए वैकल्पिक गतिविधियों जैसे खेलकूद, पठन-पाठन और पारिवारिक संवाद को बढ़ावा दें।
बच्चों के डिजिटल स्क्रीन टाइम पर निगरानी रखना अब सिर्फ जिम्मेदारी नहीं, बल्कि जरूरत बन चुका है।
समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया गया, तो ऐसी दुखद घटनाएं और भी सामने आ सकती हैं। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है और परिवार गहरे सदमे में है। इस हादसे ने समाज को चेतावनी दी है कि तकनीक के अंधाधुंध प्रयोग से पहले बच्चों की भावनात्मक और मानसिक स्थिति को भी समझना होगा।