अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई करने गई पुलिस टीम को ग्रामीणों ने बनाया बंधक..पुलिस की साख पर सवाल, कार्रवाई पर उठे गंभीर आरोप, खबर पढ़कर जानिए पूरा मामला……..

कोरबा: (प्रांशु क्षत्रिय) उरगा थाना क्षेत्र के भाटागांव गांव में अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई करने पहुंची पुलिस टीम को ग्रामीणों ने घेरकर बंधक बना लिया। मामले के बिगड़ते हालात को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को मौके पर बुलाना पड़ा। उनकी समझाइश के बाद पुलिस टीम को मुक्त कराया जा सका। प्राप्त जानकारी के अनुसार उरगा पुलिस को सूचना मिली थी कि भाटागांव में अवैध रूप से महुआ शराब का निर्माण और विक्रय किया जा रहा है। इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने गांव में दबिश दी और एक घर से करीब साढ़े चार लीटर महुआ शराब जब्त की। टीम आरोपी को गिरफ्तार कर थाने ले जाने की तैयारी में थी कि तभी ग्रामीण आक्रोशित हो उठे। गांव के लोगों ने पुलिस कार्रवाई का विरोध करते हुए टीम को गांव में ही घेर लिया और उन्हें बाहर निकलने नहीं दिया। आरोप है कि ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों के साथ अभद्रता भी की और गंभीर आरोप लगाए। ग्रामीणों का कहना था कि पुलिस और आबकारी विभाग के लोग अक्सर कम मात्रा में शराब मिलने पर भी उसकी मात्रा बढ़ा-चढ़ाकर दिखाते हैं और कार्रवाई न करने के बदले रिश्वत की मांग करते हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुलिस टीम ने तुरंत उच्च अधिकारियों को सूचना दी। इसके बाद दर्री सीएसपी प्रशिक्षु विमल पाठक, कुसमुंडा थाना प्रभारी रूपक शर्मा सहित अन्य थाना क्षेत्रों से पुलिस बल मौके पर पहुंचा। गांव में कुछ देर तक तनावपूर्ण माहौल बना रहा, लेकिन अधिकारियों की समझाइश और समझदारी से मामला शांत कराया गया। आख़िरकार पुलिस टीम को ग्रामीणों के बीच से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया और सभी पुलिसकर्मी सकुशल थाने लौटे। मामले की जांच जारी है और ग्रामीणों द्वारा लगाए गए आरोपों की भी पुष्टि की जा रही है।
पुलिस की साख पर सवाल, कार्रवाई पर उठे गंभीर आरोप……
इस घटना ने न सिर्फ कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं बल्कि पुलिस और आबकारी विभाग की कार्यशैली को लेकर भी कई गंभीर आरोप सामने आए हैं, जिनकी निष्पक्ष जांच की मांग ग्रामीणों द्वारा की जा रही है।