बिलासपुर; कमिश्नर का एक्शन! कलेक्टोरेट और जिला अस्पताल में मचा हड़कंप..औचक निरीक्षण में खुली पोल, डेंटल-ऑर्थो डॉक्टर गायब, क्लर्क को नोटिस..खबर पढ़कर जानिए पूरा मामला………

बिलासपुर: (प्रांशु क्षत्रिय) संभागायुक्त महादेव कावरे शुक्रवार को एक्शन मोड में नजर आए। उन्होंने जिला कलेक्टोरेट और जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। जहां रिकॉर्ड अधूरे मिलने पर खाद्य विभाग की क्लर्क भारती सिंह को कारण बताओ नोटिस देने के निर्देश दिए गए, वहीं जिला अस्पताल में डेंटल और ऑर्थोपेडिक डॉक्टरों की गैरमौजूदगी पर सख्त नाराजगी जताई। कलेक्टोरेट के विभिन्न शाखाओं का करीब एक घंटे तक निरीक्षण करते हुए कमिश्नर ने सभी अभिलेख और पंजियों को एक सप्ताह के भीतर अपडेट करने का निर्देश दिया। कैश बुक और सेवा पुस्तिका अपूर्ण रखने पर सहायक वर्ग-2 भारती सिंह पर कार्रवाई तय मानी जा रही है। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर न्यायालय, नाजिर शाखा, वित्त शाखा, खाद्य शाखा, कोषालय समेत कई महत्वपूर्ण फाइलों की सूक्ष्मता से जांच हुई। उन्होंने अर्थदंड वसूली के लिए विशेष अभियान चलाने और लंबित भर्ती प्रक्रियाएं जल्द पूरी करने के निर्देश दिए।
खाद्य शाखा में धान मिलान की प्रगति बेहद धीमी पाई गई, जिस पर कमिश्नर ने असंतोष जताते हुए तत्काल सुधार की हिदायत दी। इसके अलावा उज्ज्वला गैस और राशन कार्ड वितरण की स्थिति की भी समीक्षा की गई। जिला अस्पताल के निरीक्षण के दौरान कावरे ने मरीजों से सीधे बातचीत कर सुविधाओं की हकीकत जानी। 10 बजे तक डेंटल और ऑर्थोपेडिक डॉक्टरों की गैरहाजिरी पर उन्होंने तीखी नाराजगी जाहिर की और संबंधितों की खबर लेने के निर्देश दिए। कमिश्नर ने अस्पताल में संचालित पोषण पुनर्वास केंद्र का जायजा लिया जहां 19 कुपोषित बच्चों की देखभाल की जा रही है। उन्होंने माताओं को उचित पालन-पोषण की सलाह दी। रसोई में पहुंचकर मरीजों के भोजन की गुणवत्ता देखी और बताया गया कि रोजाना अलग रंग की चादर बिछाई जाती है – शुक्रवार को पर्पल चादर बिछी थी। निरीक्षण के दौरान अस्पताल में भर्ती 70 वर्षीय महिला को तुरंत वय वंदन आयुष्मान कार्ड जारी करने के निर्देश दिए गए, जो अधिकारियों की संवेदनशीलता को दर्शाता है। इस मौके पर निगम आयुक्त अमित कुमार, जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल, एडीएम आरए कुरुवंशी, सिविल सर्जन डॉ. अनिल गुप्ता और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।